Types of accounting in tally in hindi एकाउंट्स के प्रकार इन हिंदी इन टैली
खाते (Account)
एकाउंट्स के प्रकार (Type of Accounts) तीन प्रकार के होते हैं।
- रियल एकाउंट्स (REAL ACCOUNTS)
- पर्सनल एकाउंट्स ( PERSONAL ACCOUNTS)
- नॉमिनल एकाउंट्स (NOMINAL ACCOUNTS)
रियल एकाउंट्स (REAL ACCOUNTS)
वास्तविक खाते संपत्तियों और परिसंपत्तियों से संबंधित खाते हैं जो व्यवसाय की चिंता के स्वामित्व में हैं। वास्तविक खातों में उदाहरण के वास्तविक खाते लिए मूर्त और अमूर्त खाते शामिल है
- 1) भवन ( building )
- 2) जमीन (land)
- 3) नकद ( cash)
- 4) फर्नीचर( furniture)
- 5) ख्याति (अमूर्त) ( goodwill)
पर्सनल एकाउंट्स ( PERSONAL ACCOUNTS)
व्यक्तिगत खाते वे खाते हैं जो व्यक्ति से संबंधित हैं। व्यक्तिगत खातों में निम्नलिखित शामिल हैं:
- सुप्प्लिएर्स( suppliers)
- ग्राहक ( customers)
- ऋणदाता (lenders)
नॉमिनल एकाउंट्स (NOMINAL ACCOUNTS)
नॉमिनल खाते वे खाते हैं जो आय और व्यवसाय की चिंता करते हैं: नॉमिनल खातों के उदाहरण हैं
- 1) बिजली खर्च ( electricity expenses )
- 2) छूट मिली( discounts received )
- 3) खरीदी ( purchase)
- 4) बिक्री ( sales)
टैली सॉफ्टवेयर में खातों को चार समूहों में विभाजित किया जाता है। The accounts are divided into four groups in Tally Software)
- 1) संपत्ति( assets)
- 2) दायित्व ( liabilities )
- 3) पूंजी ( Capital)
- 4) आय ( income) & खर्च ( expenses )
Rules of accounting
अगर आपको टैली में एंट्री पास करना है तो आपको एकाउंट्स के गोल्डन रूल्स के बारे में पता होना बहुत ही जरुरी है अगर आपको गोल्डन रूल्स मे कोई परेशानी होती है तो आप मोर्डन एप्रोच रुल से भी असानी से समझ सकते है आपको दोनो रूल्स मे से कोई भी एक रूल आना ही चाहिए। एकाउंटिंग के लिए ये रूल ही नीव है।
1 Golden rules of accounts
2 Modern rules of accounts
Golden Rules of accounts
Real accounts Personal accounts Nominal accounts
Debit What comes in The Receiver Expenses & losses
Credit What goes out The Giver Incomes & Gains
एंट्री होगा Debit Credit
Sandeep kumar 90000
Cash 90000
Modern rules of accounting
Assets Liabilities Capital Income Expenses
Debit Bal. Credit Bal. Credit Bal. Credit Bal. Debit Bal.
Modern rule of accounting |
मॉडर्न रूल्स में उसे 5 भागों में बांटा गया है। Assets, Liabilities, Capital, Income, Expenses
अब इनक्रीस(Increase) और डिक्रीज(Decrease) का क्या मतलब है इनक्रीस का मतलब है बढ़ना और डिक्रीज का मतलब है घटना जैसे हमारी एसेट्स हो गई पैसा अगर इनक्रीस हुई तो (Dr. Bal.) बैलेंस होगा और डिक्रीज हुई तो (Cr. Bal.) बैलेंस होगा।
Tally Example in hindi
अब हम इसे एक उदाहरण के माध्यम से समझते है 5000 के लिए आपने एक घड़ी बेचा। तो कॅश आपका एसेट्स(Assets) होगा और आपका कॅश(Cash) बढ़(Increase) रहा है मतलब एसेट्स(Assets) भी बढ़ रहा है तो एसेट्स(Assets) Dr. Bal बैलेंस होगा। अब घड़ी आपने सेल(Sale) किया मतलब घड़ी से आपकी इनकम(Income) आई तो इनकम(Income) भी इनक्रीस(increase) हुई तो ये हो जाएगी Cr. Balance बैलेंस.
एंट्री होगा
Debit Credit
Cash A/C 5000
Sales A/C 5000
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